Tuesday, April 3, 2018

चलो जाने अस्थमा क्या क्यों कैसे ?

अस्थमा जिससे आज के युग मे काफ़ी लोग पीड़ित है वेसे तो श्वास लेने में समस्या हो तो लोग उसको सामान्य लोग अस्थमा या दमा बोल देते है तो चलिए आज हम आपको बताते है कि ये अस्थमा क्या है

परिचय 

ये रोग प्रायः अचानक ही शुरू होता है ,इसमे रोगी आसानी से श्वास लेने दिक्कत होती है, उसके फेफड़ों से सिटी की आवाज (wheezing) आती है। ये समस्या श्वास नली (bronchial airways) के सिकुड़न आने से होती है वहाँ की श्लेष्मा झिल्ली की सूजन या बलगम को एकत्र होने से उत्पन्न होते है

सामान्यतः दमा (ब्रोन्कियल अस्थमा)  के कारण होते है

वेसे तो आधुनिक विज्ञान इसके मूल कारण पूर्ण   रूप से पता नही लगा पाया है इसके प्रमुख कारण को idiopathic मानता है

एलर्जी चाहे वो वाह्य जगत से हो या अभ्यन्तर ये भी इसका प्रमुख कारण है।

 ◆अक्सर कम उम्र में व मौसम बदलने पर
◆ hypersensitive जैसे मिट्टी ठंडी हवा, धुवा, पेड़, परागकण आदि

इसमे सामान्यतः मरीज को समस्या बनी रहती है ,

तो चलिए अब वात करते है आयुर्वेद के चिकित्सा सूत्रों की

आयुर्वेद में इसे प्राणवह स्रोत रोग मानता है साथ ही अपान वायु की उर्ध्वगमी होना करण माना है।

आयुर्वेद अपनी सिद्धातों को स्पस्ट करते हुवे कहा है कि इसमें प्रमुख तीन काम करे

1- वायु का अनुलोमन करे

2-जो कफ़ बन गया हो उसे तरल (liquid) करे

3- फिर उसे निकाल दे वमन आदि के द्वारा

4- कफ बनाने की प्रक्रिया को रोके ,

5- जो प्रत्युर्जा (allergy) की दशा पा कर सदा रोगी बनी है उसे समाप्ति करने हेतु चिकित्सा दे।

आयुर्वेद में वर्णित दिनचर्या का प्रयोग के ओर नित्य नाक में 2 बून्द गो घृत का प्रयोग कर आप आरोग्यता को प्राप्त कर सकते है ।

अपने स्वास्थ्य सम्बन्धी निःशुल्क परामर्श के लिए हेल्थ का नम्बर 8824110055 पर मिस्ड कॉल करें  या हेल्पलाइन नंबर 7704996699 पर कॉल करें। अधिक जानकारी के लिए विजिट करें : www.JivakAyurveda.com